भारत मेरा वतन है
भारत एक वाणी है
कश्मीर से काशी तक
भारत की गाथा, प्राचीन है
करोड़ों साल पुरानी है।
रंगों एवम् कला का संगम है
संस्कृति का भारत में लगता मेला है
हर कण में हर क्षण में मिलते शंकर
यह देश का मिजाज़ कुछ अलबेला है!
पूजते है यहां नदियों को
पर्वतों की प्रशंसा में
यहां गाने गाय जाते है
दीपेवाली हो या हो ईद
यहां सारे त्योहार मनाएं जाते हैं!
भांति भांति के विचारों का
भारत ही तो मिलन द्वार है
कान्हा की बंसी हो
या हो वासुदेव का सुदर्शन चक्र
भारत में मिलते सारे विरोदाभास हैं।
भरत विश्वशांति का प्रतीक है
भारत योग, विज्ञान ,चेतना का रचेता है
भारत विश्व को आस्था भक्ति का संदेश है
भारत ही है वे देश जिसने
सारे जग को समझा हमेशा एक है!
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